राना लिधौरी की मेहनत रंग लाई, डेढ़ लाख का आंकड़ा पार
राना लिधौरी ब्लाग लिखकर हो रहे हैं चर्चित-
राना लिधौरी के ब्लाग पाठक व्यू संख्या डेढ़ लाख से अधिक पहुँची
टीकमगढ़। बुन्देलखण्ड के ख्यातिप्राप्त कवि राजीव नामदेव राना लिधौरी की के ब्लाग पाठक व्यू संख्या डेढ़ लाख को पार कर गयी है, उन्होंने उनके 87 देशों के 151610 पाठक है एवं अन्य सोशल मीडिया पर तीन लाख पाठक हैं। उनके ब्लाग राजीव राना लिधौरी ब्लाग स्पाट डॉटकाम  को बहुत पसंद किया जा रहा है। राना लिधौरी ने बताया कि उनके ब्लाग पर 840 पोस्टों में हिन्दी एवं बुन्देली में कविताएँ लिखी गयी हैं। जिनको 87 देश के लाखों लोग पढ़ते हैं। इस प्रकार से राना लिधौरी हिन्दी एवं बुन्देली को विश्वपटल पर लोकप्रिय बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। गौरतलब हो कि राना लिधौरी की अब तक 5 बुन्देली एवं 6 हिन्दी में पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है एवं 14 पुस्तकों का संपादन करते हुए 137 ई बुकों का संपादन एवं प्रकाशन कर चुके हैं। टीकमगढ़ जिले से प्रकाशित होने वाली एकमात्र साहित्यक पत्रिका आकांक्षा का प्रकाशन विगत 19 सालों से नियमित करते आ रहे हैं। कुल सालों से अनुश्रुति  नाम से एक बुन्देली की त्रैमासिक ई पत्रिका का भी नियमित प्रकाशन कर रहे है। राना लिधौरी द्वारा बुन्देलखण्ड के आधुनिक कवि गं्रथ का प्रकाशन किया गया है, जो कि बहुत चर्चा में है। राना लिधौरी के हिन्दी एवं बुन्देली ब्लाग को अब तक 87 देशों के  डेढ़ लाख से अधिक पाठक पढ़ चुके हैं। इसके पूर्व राना लिधौरी को उनकी कृति लुक-लुक की बीमारी बुंदेली गद्य व्यंग्य संग्रह, तत्कालीन राज्यपाल मध्यप्रदेश आनंदी बेन पटेल द्वारा सन् 2018 में भोपाल में 5000 रूपए शांति देवी पुरस्कार से सम्मानित किया था। सन् 2023 में साहित्य अकादमी का इक्यावन हजार रुपए का छत्रसाल पुरस्कार भी आपको प्राप्त हो चुका है। तीन राज्यपाल सहित देशभर से लगभग 170 सम्मान प्राप्त राना लिधौरा हिन्दी एवं बुन्देली में साहित्य के लिए समर्पित राना लिधौरी आजकल खूब सुर्खियों में है हाल की में उनका राना लिधौरी: गौरव ग्रंथ 426 पेजों में प्रकाशित हुआ है।
राना लिधौरी के 87 देशों के ब्लाग पाठकों की देशबार जारी निम्नलिखित है.
(01) भारत-1लाख 23हजार, (02) अमेरिका-9083, (03) सिंगापुर-9005 (04) रूस-1062 (05) जर्मनी-956, (06) पुर्तगाल-547, (07) स्वीडन-530, (08) फिनलैंड-452, (09) आयरलैंड-437, (10) यूनाइटेड किंगडम-414, (11) फ्रांस-395, (12) कनाडा-360,  (13) नीदरलैंड-196, (14) इंडोनेशिया-143, (15) यूक्रेन-116, (16) पोलेंड-90, (17) तुकर्मेनिस्तान-80, (18) संयुक्त अरब अमीरात-79, (19) नेपाल- 61, (20) ब्राजील-61, (21) वेनेजुएला-42, (22) जापान-35, (23) स्पेन-28, (24) मलेशिया-24, (25) चीन-23, (26) तुर्की-20, (27) थाईलैंड-16 (28) इजराइल-15, (29) स्विटजरलैंड-14, (30) दण्कोरिया-12, (31) मेक्सिका-12, (32) केन्या-9, (33) बांग्लादेश- 9, (34) ताइवान-8, (35) फिलीपींस-6, (36) आस्ट्रेलिया-6, (37) रोमानिया-6 (38) श्रीलंका-6,  (39) सर्बिया-6,  (40) वियतनाम-5, (41) मारीषस-5 (42) कतर-5, (43) इक्वाडोर -4, (44) ब्रिटेन-4, (45) ओमान-4, (46) हांगकांग-3, (47) इटली-3, (48) नार्वे-3, (49) द. अफ ्रीका-2, (50) रवांडा-2, (51) चेकिया-2, (52) साउदी अरब-2ए (53) ग्वाटेमाला-2, (54) जार्जिया-2, (55) किग्रिस्तान-2, (35) यूनान-1, (57) अंजेनटाइना-1, (58) गिनी.1ए (59) स्लोवकानिया-1, (60) न्यूकेलेडोनिया-1, (61) लाइबेरिया-1, (62) मकाउ-1 (63) बोत्साना-1, (64) कांगो किरांग-1 (65) साइप्रस-1 (66) अजरवैजान-1 (67) चेकिया-1 (68) कजाकिस्तान-1 (69) बोलिविया-1 (70) पाकिस्तान-1 (71) लातविया-1 (72) होंडूरास-1 (73) बुलग्जवर्ग-1 (74) पोटोरिको-1 (75) बेल्जियम-1 (76) डेनमार्क-1 (77) आइसलैंड-1 (78) मंगोलिया-1 (79) यमन-1 (80) त्रिनिदादएटुबैको-1 (81) चैक गणराज्य-1 (82) बहरीन-1 (83) मिश्र-1 (84) कुवैत-1, (85) म्यांमार वर्मा-1 (86) न्यूजीलैंड- (87) इराक-1 (88) अज्ञात क्षेत्र 1814 पाठक व्यू हैं ।
ं      इनके अलावा सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म साहित्यपीडिया-95438, प्रतिलिपि. 27206 (272), यू ट्यूब-15400 (138), कुटुंब ऐप- 9494 (213), पब्लिक ऐप-6006, फेसबुक-3916, नोजोटो 3469, लघुकथा कोष-1296, फेसबुक पेज-1136, जय बुंदेली साहित्य समूह फेसबुक पेज- 481, इंस्टाग्राम 364, डेलीहंट-154, शब्द इन.63;15, ट्वीटर-24 एवं एक्स पर-16 फालोवर हैं। इस उपलब्धि पर राना लिधौरी को जिले में साहित्यकारों ने बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ दी है। जिसमें प्रमुख रूप से पं हरिविष्णु अवस्थी, रामगोपाल रैकवार, एनडी सोनी, विजय मेहरा, प्रमोद मिश्रा, उमाश्ंाकर मिश्रा, शील चन्द्र जैन, चाँद मोहम्मद, सुभाष सिंघई, डॉ प्रीति ंिसंह परमार, प्रदीप खरे, कैलाश श्रीवास्तव आदमी, अनिल अयान, डॉ राज गोस्वामी, मीरा खरे, एसआर सरल, कमलेश सेन, रविन्द्र यादव, वीरेन्द्र चंसौरिया, विद्या शरण खरे, डॉ रेणु श्रीवास्तव, सहित अनेक साहित्यकार हैं।ं