संगीत की स्वर लहरियों में डूबते चले गए श्रोता, भजन संगीत ने लुभाया मन
पं. शम्भूनाथ वडज़ीकर की 9वंी पुण्यतिथि पर स्वरांजलि सभा में दी श्रद्धांजलि
टीकमगढ़। सौरभ खरे, लोकेश। नगर गौरव संगीताचार्य स्व. पं. शम्भूनाथ जी बडज़ीकर जी की नवमीं पुण्यतिथि पर स्थानीय हरिदास मंदिर में स्वरांजलि अलंकरण सभा का आयोजन किया गया । इस अवसर पर संगीत की स्वर लहरियों में श्रोता डूबते चले गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रामराजा सरकार को आमंत्रित किया गया । उनके मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ तबला वादक उस्ताद उम्मेद खां ने की । समस्त संगीत रसिकों द्वारा सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलन कर एवं मां सरस्वती का पुष्पहार कर विधिवत आरंभ किया गया । तत्पश्चात कार्यक्रम आयोजन अतुल वडज़ीकर ने वरिष्ठ तबला वादक उस्ताद उम्मेद खां का शॉल श्रीफल से स्वागत किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में ग्वालियर से पधारे तेजस भाटे ने धु्रपद गायन ‘‘तू ही सूर्य, तू ही चंद्र’’ की ताल चौताल में शानदार प्रस्तुति दी। पखावज संगत ग्वालियर से पधारे जगत नारायण शर्मा द्वारा की गई । स्वरांजलि सभा के द्वितीय चरण में उज्जैन से पधारे आकाशवाणी एवं दूरदर्शन कलाकार पं. सुधाकर देवले एवं उनके शिष्यों द्वारा राग रागश्री में विलंबित रूपक ताल पर ‘‘कह ना गये सैयां’’ एवं दु्रत लय में ‘‘मेारा मन बस कर लीनो’’ की शानदार प्रस्तुति दी गई । होली त्योहार के आगमन स्वरूप राग काफी में होरी गीत ‘‘रंग जिन डारो’’ की प्रस्तुति दी गई एवं राम भजन के साथ द्वितीय सभा का समापन हुआ । तबला संगत
समारोह-संगीत की स्वर लहरियों में श्रोताओं ने लगाई डुबकी