स्वेदशी मेले में उमड़ी खरीददारी की भीड़, हुआ समापन
बुंदेली परंपरा और विरासत को सुरक्षित रखने की आवश्यकता-अमित नुना
स्वदेशी मेला का रंगारंग कार्यक्रम का हुआ समापन
टीकमगढ़। बुंदेली परंपराओं और संस्कृति को बनाए रखने की जिम्मेदारी युवाओं पर है। युवाओं को चाहिए कि पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध से बचकर अपनी संस्कृति और सभ्यता को बनाए रखने में योगदान दें। स्वदेशी सामान का उपयोग करने से ही देश की खुशहाली बढ़ेगी और देश की अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी। यहां आयोजित स्वदेशी मेला में आए व्यापारियों ने अपने देश और नगर में बनाई गई बस्तुओं का प्रदर्शन ही नहीं किया, बल्कि उनकी बिक्री भी की। इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए। यह विचार यहां मेला के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि अमित नुना बीजेपी जिलाध्यक्ष ने व्यक्त किए। स्थानीय नजरबाग स्थित सत्येन्द्र सिंह मंच पर स्वदेशी मेला का समापन किया गया। इस अवसर पर आयोजन प्रजातंत्र गंगेले ने अतिथियों का स्वागत किया और मेला के उद़्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें स्वदेशी सामान का उपयोग करना चाहिए। मेला को सफल बनाने में यहां के कलाकारों, दुकानदारों एवं नगरवासियों ने अपना सहयोग दिया, उसके लिए आभारी हूं। इस दौरान मुख्य अतिथि बीजेपी जिलाध्यक्ष अमित नुना, संजय रावत भोपाल, नवीन शुक्ला, जिला समन्वयक देवकांत शेषा, मनोज लिटौरिया, शुभम सोनी, संजीव बिरथरे, लखेन्द्र सिंह बुंदेला, खेमराज मांझी आदि  मौजूद रहे, जिनका आयोजक श्री गंगेले ने स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने वाले कलाकारों का आत्मीय स्वागत कर सम्मान भी किया। उन्होंने बताया कि 7 मार्च से 23 मार्च तक चले इस मेले में अनेक नवोदित प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को जहां निखारा गया, वहीं अनेक कलाकारों ने अपनी रोचक प्रस्तुति से लोगों का  मनोरंजन किया। उन्होंने आयोजन की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए आगे भी अपना सहयोग इसी तरह बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर कलाकार गिरीश खरे, प्रदीप खरे, लक्ष्मी चौरसिया, विष्णु श्रीवास्तव, मीरा खरे, गोपाल चौबे, केके दीक्षित, स्वाति, शरद खरे, राकेश जी सहित अनेक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को बांधे रखा। इस अवसर पर मनीराम कठैल, देवेन्द्र योगी, सुबोध पाठक, राजेश रिछारिया, अरूण तिवारी, जयराम चतुर्वेदी, खलील खान, रामेश्वर रजक, डां खलील सहित अनेक नागरिक मौजूद रहे।