बांध सुजारा के पानी से फसल तबाह

 बान सुजारा बांध का अंडर ग्राउंड पाइप फ टने से किसान के खेत की फ सल हुई तबाह

कई बार शिकायतें करने के बावजूद भी अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान
पलेरा। किसानों की खुशी पर कब गाज गिर जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। अब तक जहां ओले, वारिश और अन्य आपदाओं से जूझ रहे किसानों में यहां बने बांध को लेकर खुशी छाई थी, लेकिन अब यह बांध ही उन्हें तबाह कर डालेगा, यह शायद यहां के किसान नहीं जानते थे। यहां बांध की अंडर ग्राउंड पाइप लाईन कहन बनकर टूट पड़ी। उसने अपने पानी से बूदौर निवासी अनेक किसानों को तबाह कर दिया। आश्चर्य की बात तो यह है कि यहां हुई इस आपदा का पता यहां के जिम्मेदार अधिकारियों को अपने मातहत कर्मचारियों से नहीं, बल्कि मीडिया से चला। अब देखना है कि इतने लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों से बांध की सुरक्षा की उम्मीद कहां तक की जाए। अधिक शासन के द्वारा किसानों की बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के उद्देश्य से करोड़ों रुपयों की लागत से बनाया गया बान सुजारा बांध के अंडर ग्राउंड पाइप फ टने से किसानों की फ सलें तबाह होने के कई मामले सामने आ रहे हैं। अब ऐसे में किसानों को लाभ कम एवं हानि अधिक हो रही है। किसानों के खेत पानी के बहाव से जहां तालाब बन रहे हैं, ऐसे मामलों में लगातार शिकायतें करने के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। ग्रामीणों ने तत्काल इस मामले में कार्यवाही करते हुए पीडि़त किसान को तत्काल फ सल का मुआवजा दिलाए जाने एवं लापरवाही करने वालों के खिलाफ  कार्यवाही किए जाने की मांग की है। उक्त पूरा मामला पलेरा जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत बूदौर का सामने आया है। बताया गया है कि बीते मंगलवार को ग्राम बूदौर के खसरा नंबर 605 में रामसेवक तिवारी व श्री नरसिंह मन्दिर के खेत की आठ बीघा जमीन में बोई गई मटर की फ सल पानी मे डूब गई। किसान के खेत के बीच में अंडर ग्राउंड पाइप चेंबर के अचानक फ टने से पूरा खेत तालाब में तब्दील हो गया। उक्त किसान ने बताया कि वह इस मामले की कई वार शिकायत कर चुका है, लेकिन आज तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसान के खेत में पिछले कई वार उनकी फ सल नष्ट हो चुकी है।
इनका कहना है-
जब भी इस तरह की शिकायतें आती हैं, तत्काल हमारे द्वारा सुधार कार्य किया जाता है। खेत में डाली गई लाइनों से छेड़छाड़ करने पर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। फि लहाल आपके द्वारा जानकारी मिली है, हम मामले को दिखवाते हैं।
बीपी अहिरवार
कार्यपालन यंत्री बान सुजारा बांध