हिन्दु नववर्ष पर आज होगा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन-
यूपी में बाबा, यूपी में बाबा गीत पर झूम उठा पंडाल, अंबर की रचनाओं ने छुआ आसमान
टीकमगढ़। देश की शान और जानी मानी कवियत्री अनामिका जैन अंबर की रचनाओं में न जाने क्यों खामोशियों का साज हुये फि रते हैं, हम सच बोलते हैं तो दोस्त नाराज हुये फि रते हैं। फ रेब के बाजार धोके की डगर है, सम्हालना दोस्त हमें तेरी फि कर है और होते नहीं हैं गुल भी जवां अब बहार में, लगता है फ र्क आ गया, मौसम के प्यार में जैसी रचनाओं को सुनकर श्रोता झूम उठे। यूपी में बाबा, अरे यूपी में बाबा गीत ने धूम मचा दी। इसी प्रकार कविता तिवारी की रचना स्वयं दिनमान क्षितिज तक सौर्य गूंजेगा, स्यमं दिनमान बदलेगा। विवादों में उलझकर कीर्ति मां की मत करो धूमिल, उतारो भारती की आरती सम्मान बदलेगा। शहीदों की करो पूजा, तो हिन्दोंस्तान बदलेगा सहित अनेक देश भक्तिपूर्ण रचनाओं ने लोगों की खूब तालिया बटोरी। श्री सुमन के शानदार संचालन की लोगों ने भरपूर सराहना की। इतना ही नहीं हास्य रस के जाने माने हस्ताक्षर अखिलेश द्विवेदी भी अपनी रचना अरे गोकुल के छोरे, सुनो नटनागर मोरे, माखन के चोर मोरे, सुनो चितचोर मोरे, अरे ओ नंदकिशोर आयो मैं द्वार तोरे। मेरी बिगड़ी बना दें, मुझमें वो हुनर ला दे, चोरों की लिस्ट में सबसे ऊपर उठा दे जैसी अनेक हास्य रचनाओं से लोगों को गुदगुदाने का काम किया। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में इसके साथ ही कवि जानी बैरागी के व्यंगपूर्ण संवाद और बेहतर अंदाज का लुत्फ उठाने का भी भरपूर मौका दिया। उनकी रचना खाओ पियो ऐश करो, बस संसद मेें घाटे का बजट मत पेश करो। इतना ही नहीं इसके साथ ही अखिलेश द्विवेदी और सौरभ जैन सुमन की रचनाओं ने भी श्रोताओं को बांधे रखा। यह बेहतर आयोजन के बीेजेपी कार्यकर्ता अंशुल खरे जहां आयोजक थे, तो पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव के संयोजन में यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अनेक जनप्रतिनिधि, साहित्यकार व कवि मौजूद रहे। यह जानकारी देते हुये बीजेपी कार्यकर्ता अंशुल खरे ने बताया कि हिन्दु नववर्ष पर स्थानीय मानस मंच राजेन्द्र पार्क परिसर में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में देश के जाने माने कवि शामिल हुये। कवि सम्मेलन के आयोजक अंशुल खरे ने सभी उपस्थित अतिथियों के साथ ही सभी नगर वासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। हिन्दु नववर्ष के उपलक्ष्य में मानस मंच पर अभा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि आशुतोष तिवारी अध्यक्ष मध्यप्रदेश हाऊसिंग बोर्ड रहे। कवि सम्मेलन में देश की जानी मानी कवियत्री कविता तिवारी व अनामिका जैन अंबर, जानी बैरागी, अखिलेश द्विवेदी और सौरभ जैन सुमन के साथ ही बुंदेलखंड के जानेमाने कवि राजेन्द्र बिदुआ बुंदेली ने बेहतर रचनायें प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित नुना जिलाध्यक्ष बीजेपी ने की। इसी अवसर पर विधायक राहुल सिंह लोधी, श्रीमती विभा श्रीवास्तव, विवेक चतुर्वेदी पूर्व अध्यक्ष कापरेटिव बैंक, राजेन्द्र तिवारी पूर्व अध्यक्ष भूमि विकास बैंक टीकमगढ़, अनुराग वर्मा सांसद प्रतिनिधि टीकमगढ़, अभिषेक खरे रानू, नंदकिशोर दीक्षित, गौरव शर्मा, अफसर खान, अकरम खान, चांद खां आखिर, गोपाल सिंह राय, शरद खरे, अरविंद खरे सहित अनेक नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान अंशुल खरे ने समस्त अतिथियों का जहां शानदार स्वागत किया, वहीं देश की जानी मानी कवियत्री अनामिका अंबर का केक काटकर मंच पर ही जन्मदिन मनाया गया।
देर रात तक बहती रही सुर सरिता-
हिंदू नववर्ष एवं चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पावन पर्व पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया कवि सम्मेलन में बही प्रेम की धारा बहती रही, जिसमें हजारों श्रोताओं ने डुबकी लगाई। कवियों की रचना सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध होकर झूमते नजर आए। स्थानीय मानस मंच राजेन्द्र पार्क परिसर श्रोताओं से खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम के आयोजन अंशुल खरे द्वारा श्रोताओं के बैठने से लेकर मंचादि की शानदार व्यवस्था की। इतना ही नहीं कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद अतिथियों के साथ ही श्रोताओं के स्वागत सत्कार का भी पूरा ख्याल रखा। देर रात तक चले इस कवि सम्मेलन को लोगों द्वारा लंबे समय तक याद किया जाएगा। बताया गया है कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी टीकमगढ़ नगरी की पावन धरा पर 22 मार्च 2023 को हिंदू नव वर्ष के अवसर पर इतिहास रचा गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती वीणा वादिनी का आशीर्वाद लेते हुए मुख्य अतिथि आशुतोष तिवारी मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड अध्यक्ष सहित मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन को प्रारंभ किया गया। इस सम्मेलन में मेरठ सौरभ जैन ने मंच संचालन किया। दुनिया के विख्यात कवि अनामिका जैन अंबर, कविता तिवारी, अखिलेश द्विवेदी, जानी बैरागी, राजेंद्र बिदुआ द्वारा हास्य, वीर और ओज रचनाओं की प्रस्तुतियां दी गई।
कवि सम्मेलन..बैरागी ने कविता सुनाकर अंबर को छुआ, लूटी वाह वाही, अंशुल ने किया कवियों और अतिथियों का सम्मान